UP News: रक्षाबंधन के दिन आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी व राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने सुल्तानपुर जिले के जयसिंहपुर विधानसभा क्षेत्र स्थित सराय नौरंग प्राथमिक विद्यालय का दौरा किया। यह विद्यालय हाल ही में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बंद कर दिया गया था।
विद्यालय परिसर में पहुंचने पर छोटे-छोटे बच्चों ने अपने अभिभावकों के साथ संजय सिंह की कलाइयों पर राखी बांधी और अपने स्कूल को बचाने की भावुक अपील की। बच्चों की व्यथा सुनकर संजय सिंह ने मौके पर ही सरकार को एक सप्ताह की चेतावनी दी कि यदि स्कूल तुरंत नहीं खोला गया तो आम आदमी पार्टी गांव-गांव में जोरदार आंदोलन छेड़ेगी।
आप का आंदोलन जारी रहेगा | UP News
सांसद संजय सिंह ने कहा, आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश में एक भी सरकारी स्कूल बंद नहीं होने देगी। जनता और पार्टी के कड़े विरोध के कारण सरकार को अपने पुराने फैसले में बदलाव करना पड़ा और 1 किलोमीटर दूरी तथा 50 छात्र संख्या की शर्त लागू की गई। लेकिन जब तक प्रदेश के अंतिम स्कूल को भी बंद करने का फैसला पूरी तरह रद्द नहीं हो जाता, आंदोलन जारी रहेगा।
उन्होंने बताया कि सराय नौरंग प्राथमिक विद्यालय को जिस स्कूल में मर्ज किया गया है, वह 1.5 किलोमीटर दूर है, जबकि सरकार के नए आदेश के मुताबिक 1 किलोमीटर से अधिक दूरी पर मर्ज किए गए स्कूलों को फिर से खोला जाना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट कहा, सरकार तुरंत ऐसे सभी स्कूलों को खोले और बच्चों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराए, वरना हम हर गांव में जाकर आंदोलन करेंगे।
योगी सरकार पर साधा निशाना | UP News
संजय सिंह ने योगी सरकार पर सीधा हमला बोलते हुए कहा, यह निर्णय गरीब, दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक वर्ग के बच्चों को शिक्षा से दूर करने की सुनियोजित साजिश है। जब तक प्रदेश का एक भी बच्चा शिक्षा से वंचित रहेगा, आम आदमी पार्टी का संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने दिल्ली और पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकारों का उदाहरण देते हुए कहा कि सरकारी स्कूल भी अंतरराष्ट्रीय स्तर के हो सकते हैं। लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार उन्हें बंद करके शिक्षा व्यवस्था को बर्बाद करने पर तुली है।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रदेश मुख्य प्रवक्ता व जयसिंहपुर संगठन प्रभारी वंशराज दूबे, जिलाध्यक्ष सुरेश चंद्र, विधानसभा अध्यक्ष ब्रजेश सिंह, धर्मराज सिंह, बालेन्द्र सिंह, कुलदीप यादव, दिलीप यादव, जेपी यादव, अरुण, फहीम, रमाशंकर, राकेशसिंह समेत तमाम पदाधिकारी मौजूद रहें।