India Pakistan Handshake Controversy: एशिया कप में भारत और पाकिस्तान के बीच मैच में टीम इंडिया के खिलाड़ियों ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाया। सूत्रों के अनुसार, भारतीय टीम ने यह फैसला अचानक नहीं लिया। इसमें बीसीसीआई और सरकार दोनों की सहमति थी कि मैच तो खेलेंगे, लेकिन दोस्ताना माहौल नहीं दिखेगा। रविवार को खेले गए इस मैच में भारत ने पाकिस्तान को सात विकेट से हराया था।
मैच के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने नो हैंडशेक मामले की शिकायत आईसीसी से की थी और मैच रेफरी को हटाने की मांग की है। हालांकि, ICC ने इस मांग को खारिज कर दिया है।
पूरे टूर्नामेंट में हाथ नहीं मिलाएगी टीम इंडिया | India Pakistan Handshake Controversy
पाकिस्तान के खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाने का यह सिलसिला पूरे टूर्नामेंट में जारी रहेगा। खिलाड़ियों, बीसीसीआई और सरकार के बीच इस पर आपसी सहमति है। बीसीसीआई की ओर से ऑफिशियल रिएक्शन अभी नहीं आया है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक अगर भारतीय टीम 28 सितंबर को होने वाले फाइनल में पहुंचती है और जीतती है, तो वह पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन मोहसिन नकवी से ट्रॉफी नहीं लेगी। नकवी इस समय एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) के अध्यक्ष भी हैं।
21 सितंबर को फिर भिड़ सकते हैं भारत-पाकिस्तान | India Pakistan Handshake Controversy
21 सितंबर को दोनों टीमें सुपर-4 राउंड में दोबारा आमने-सामने हो सकती हैं और वहां भी भारत का यही रुख रहेगा। हालांकि, इसके लिए पाकिस्तान को यूएई को हराना होगा।
पाकिस्तान ने रेफरी को हाथ न मिलाने का जिम्मेदार बताया
भारतीय टीम के हाथ न मिलाने पर पाकिस्तान ने इसकी शिकायत मैच रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट से की। आरोप लगाया कि भारतीय टीम ने खेल भावना नहीं दिखाई। PCB का आरोप है कि रेफरी ने टॉस के बाद दोनों कप्तानों को हाथ न मिलाने के लिए कहा था और यह भारतीय टीम के दबाव में किया गया।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन मोहसिन नकवी ने सोमवार को कहा- PCB ने पायक्रॉफ्ट को तत्काल बाहर करने की मांग की है। उन्होंने ICC कोड ऑफ कंडक्ट और क्रिकेट के स्पिरिट का पालन नहीं किया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ऐसा नहीं होने पर पाकिस्तान टूर्नामेंट से हट सकता है। एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) या भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की ओर से इस मुद्दे पर कोई बयान नहीं आया है।
क्या कहते हैं ICC या ACC के नियम? | India Pakistan Handshake Controversy
क्रिकेट के किसी भी रूल बुक में ऐसा नहीं लिखा है कि मैच के बाद हैंडशेक करना जरूरी है। हाथ मिलाना कोई नियम नहीं है, बल्कि इसे खेल भावना का हिस्सा माना जाता है। यही कारण है कि लगभग हर मैच के बाद दोनों टीम के खिलाड़ी एक-दूसरे मिलते हैं और हाथ मिलाते हैं।
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा, ‘नियमों में ऐसा कुछ नहीं लिखा है कि आपको विरोधी टीम से हाथ मिलाना ही होगा। भारतीय टीम ऐसे देश से हाथ मिलाने के लिए बाध्य नहीं है, जिससे रिश्ते इतने खराब हों।’