विदेश नीति पर Akhilesh Yadav का निशाना, बोले- मोदी चीन जाएं तो योगीजी को साथ ले जाएं

विदेश नीति पर Akhilesh Yadav का निशाना, बोले- मोदी चीन जाएं तो योगीजी को साथ ले जाएं

Akhilesh Yadav on Indian Foreign Policy: संसद के मानसून सत्र का गुरुवार को 14वां दिन था। आज भी विपक्ष के प्रदर्शन के चलते लोकसभा और राज्यसभा में पूरे दिन की कार्यवाही नहीं हो सकी। बिहार SIR पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्ष के हंगामे के बाद दोनों सदनों को शुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।

सदन के बाहर सपा सुप्रीमो व सांसद अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा को ये बात 11 साल पहले सोचना था। हमें अपने किसानों के हित के लिए, खेती-बारी के लिए, दूध और दूध से बने तमाम पदार्थों के लिए हमेशा से चिंतित होना चाहिए। प्राथमिकता पर हमें अपने हर सेक्टर का ध्यान रखना चाहिए। उद्योग खत्म हो जाए, उद्योगपति, कारोबार खत्म हो जाए, किसान बर्बाद हो जाए, नौजवान को नौकरी और रोजगार न मिले, आखिर हमारा देश जा कहां रहा है। जो लोग ये दावा करते थे कि दुनिया में सबसे मजबूत रिश्ते हैं। कोई ऐसा देश नहीं छूटा होगा, जहां भारत को सम्मान न मिला हो।

विदेश नीति में असफल रही केंद्र सरकार | Akhilesh Yadav on Indian Foreign Policy

अखिलेश यादव ने कहा कि फिर आज ये कहना पड़ रहा है, ये सरकार के लिए दुखद बात है। क्योंकि हम विदेश नीति पर पूरी तरह से असफल रहे हैं। किसान के हितों पर जो वादा किया था कि हम आय दोगुनी करेंगे। वो आय दोगुनी नहीं हो पाई। नौजवान को नौकरी रोजगार नहीं मिला। जिस तरह से लगातार पाबंदियां लगती जा रही हैं। ये संकेत हैं कि कहीं न कहीं हमारा देश संकट में है। अर्थव्यवस्था संकट में है। किसान संकट में है। नौजवान संकट में है। हमारा भारत पूरा चौतरफा घिर गया है।

वहीं, अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप के टैरिफ लगाने पर सरकार की ओर से आए बयान कि ‘हम दबाव में झुकेंगे नहीं’, पर अखिलेश यादव ने तंज कसा। उन्‍होंने कहा कि अमेरिका से रिश्ते तो आप को रखने ही पड़ेंगे। अमेरिका से रिश्ते आज के नहीं हैं। अमेरिका जैसे ताकतवर देश से हमारे रिश्ते बहुत पहले से रहे हैं। उन रिश्तों को कैसे मजबूत और बेहतर किया जाए, उस दिशा में काम करना चाहिए। आपको अपने हित चाहे वो हमारे कारोबारी हो, चाहे किसान हो, उनके हितों के बारे में सोचना चाहिए।

दुनिया में भारत सबसे मजबूत देश दिखाई देगा | Akhilesh Yadav on Indian Foreign Policy

सपा सुप्रीमो ने कहा कि फिर सोचने की बात ये है कि आज 11 साल बाद सरकार को ऐसा क्यों कहना पड़ रहा है। इन वर्षों में बहुत सारे ऐसे फैसले हुए होंगे, कहीं न कहीं, आप ने उन कारोबारियों को लाभ पहुंचाने का काम किया होगा, कहीं वो बात तो नहीं है। क्योंकि, विदेश नीति देश के लिए बनने चाहिए। विदेश नीति में कुछ लोगों के हित नहीं साधने थे। शायद कहीं यही बात तो नहीं है। क्योंकि, अभी बहुत जानकारी नहीं है। पर हमें उम्मीद है कि भारत दुनिया में सबसे मजबूत देश दिखाई देगा।

चीन को लेकर भी किया कटाक्ष | Akhilesh Yadav on Indian Foreign Policy

चीन को लेकर अखिलेश ने कटाक्ष करते हुए कहा कि अगर प्रधानमंत्री चीन जाएं तो हमारे मुख्यमंत्री जी को भी साथ ले जाएं, क्योंकि वह नाम बदलने में माहिर हैं- क्या पता चीन का भी नाम बदल दें? भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्‍होंने कहा कि हमारे लिए ‘G’ का मतलब गरीब है, क्योंकि हम गरीबों के बच्चों को शिक्षित कर रहे हैं। लेकिन हो सकता है बीजेपी के लिए ‘G’ का मतलब गधा हो।

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