Akhilesh Yadav on Vote Chori Allegation: संसद सत्र से पहले सोमवार को भी विपक्षी सांसदों ने बिहार वोटर वेरिफिकेशन SIR को लेकर नारेबाजी की। सांसदों ने ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ और ‘वी वॉन्ट जस्टिस’ के नारे लगाए। समाजवादी पार्टी के सांसद अखिलेश यादव ने संसद के बाहर कहा, लगता तो यह है कि बीजेपी के इशारे पर ECI चलता है। अगर चुनाव आयोग के निर्देश पर एक भी डीएम सस्पेंड हो जाए तो फिर कभी न तो वोट चोरी होगी और न ही वोट डकैती होगी।
"लगता तो यह है कि बीजेपी के इशारे पर ECI चलता है।"
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सपा सुप्रीमो ने कहा कि जबसे बीजेपी की सरकार आई है, एक भी अधिकारी शिकायत पर हटा हो तो बता दो। इसका मतलब इलेक्शन कमीशन बीजेपी का ज्यादा कहना मानता है। हमारी डिमांड इतनी है कि एक जिलाधिकारी को सस्पेंड कर दो। पूरे देश में एक भी वोट नहीं कटेगा। 2019, 22, 24 में एक भी अधिकारी हटा हो तो बता दो।
"अगर चुनाव आयोग के निर्देश और कार्रवाई पर एक भी डीएम सस्पेंड हो जाए तो फिर कभी न तो वोट चोरी होगी और ना ही वोट डकैती होगी।"
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जान-बूझकर पिछड़ों का वोट काटते हैं | Akhilesh Yadav on Vote Chori Allegation
अखिलेश यादव ने कहा कि जान-बूझकर पिछड़ों का वोट काटते हैं। इसमें बिंद, मौर्य, पाल, राठौर समाज सब शामिल हैं, और शो यह करते हैं कि पिछड़ा वोट मिल रहा है। वोट बनवाने की अगर प्रक्रिया है तो वोट कटवाने की भी प्रक्रिया है। हमारी मांग है कि जाति के आधार पर बीएलओ मत लगाएं। यूपी के आंकड़े निकलवाइए, चुनाव जिस अधिकारी के अंडर में होता है, उसमें एक भी PDA का अधिकारी हो तो बता दीजिएगा।
"इतने कम समय में हम 18 हज़ार एफिडेविट ही बनवा सके, समय अगर और होता तो शायद और एफिडेविट बनवा सकते। लेकिन 18 हज़ार एफिडेविट मिलने के बाद भी कार्रवाई नहीं होगी तो कौन भरोसा करेगा इलेक्शन कमीशन पर।"
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उन्होंने कहा कि जिस समय मुझे नोटिस मिला था नोटिस के समय के अंदर अपने कार्यकर्ताओं के सहयोग से हम केवल 18,000 हलफनामे बनवा सके। अगर हमारे पास और समय होता तो और हलफनामे होते।18,000 हलफनामे देने के बाद भी अगर कार्रवाई नहीं हुई है तो चुनाव आयोग पर कौन भरोसा करेगा।