सावन सिर्फ बारिश का नहीं शिव की भक्ति और आत्मशुद्धि का महीना भी है। इस पवित्र महीने में जब मन आस्था में डूबा हो, तो क्यों न शरीर को भी योग से मजबूत बनाया जाए। क्योंकि जब तन स्वस्थ होगा, तभी मन शांत होता है और भक्ति भी पूरी होती है। आज सावन के पहले सोमवारी के मौके पर विश्व प्रसिद्ध योगगुरु स्वामी रामदेव से जानेंगे, ‘शिव की भक्ति’ और ‘योग की शक्ति’ से सेहत को कैसे मिलेगी संजीवनी?
क्योंकि हम सब जानते हैं बारिश के मौसम में हमारी इम्यूनिटी घटती है। उमस की वजह से शरीर सुस्त हो जाता है। नमी, बैक्टीरिया और वायरल इंफेक्शन से बीमार पड़ने का रिस्क बढ़ जाता है। इतना ही नहीं लाइफ स्टाइल की बीमारियां भी ट्रिगर होती हैं। खासकर उन मरीजों की परेशानी काफी बढ़ जाती है, जो बीपी-शुगर-थायराइड-आर्थराइटिस-हार्ट और हाई कोलेस्ट्रॉल की गिरफ्त में हैं। लिवर-किडनी की किसी पुरानी बीमारी से जूझ रहे हैं।
योग की शक्ति को पहचानें
लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है माइथोलॉजी के मुताबिक ‘सावन में शिव की पूजा’ हम इसीलिए करते हैं, ताकि सेहतमंद रहें। भोलेनाथ आरोग्य के देवता भी हैं इस कायनात के पहले योगी भी हैं। यानि सावन सिर्फ पूजा का नहीं, खुद को संभालने का महीना भी है। ऐसे में रोज इंडिया टीवी के साथ योग करें और सूर्य नमस्कार करें। इससे आपके पूरे शरीर की एक्ससाइज होगी। भुजंगासन करेंगे, तो पाचन ठीक होगा, रीढ़ मजबूत होगी। अनुलोम-विलोम प्राणायाम करेंगे, तो फेफड़े मजबूत होंगे,सांस की परेशानी खत्म होगी। कपालभाति, बॉडी को डिटॉक्स करेगी। ‘शवासन और ध्यान’ मन को शांत करेगा।